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Vitrag Strotra (Part -2)

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सार्ध पौर्णमिक गच्छीय पुज्य हेमचन्द्राचार्य भगवन् जिन्हें कलिकाल सर्वज्ञ के नाम से भी संबोधित किया जाता है , इनके द्वारा लिखीत यह अद्भूत स्तोत्र। इस स्तोत्र के ११ से २० प्रकाश का शब्दार्थ-भावार्थ सहित विवेचन इस ग्रन्थ में किया गया है।
Language title : वीतराग स्तोत्र ( द्वितिय खण्ड )
Category : Books
Sect : Shwetambar
Language : Hindi
No. of Pages : 150

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